प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुरुग्राम के गांव सुल्तानपुर में जिस वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया उसके 50 फीसदी हिस्से में लाइट का इंतजाम है ही नहीं. एनडीटीवी इंडिया की टीम ने जब नए खुले एक्सप्रेस-वे का जायजा लिया तो सबसे पहले जो कमी नजर आई वह यही थी. जिस जगह प्रधानमंत्री ने एक्सप्रेस वे का उद्घाटन किया वहीं से एक्सप्रेस वे पर चढ़ते ही कई किलोमीटर दूर तक लाइट का कोई प्रबंध नहीं था. डिवाइडर पर खंबे तो लगे थे लेकिन न लाइट है न कनेक्शन. और कुछ जगह तो ऐसी हैं जहां खंभे तक नहीं लग पाए हैं.
दरअसल 136 किलोमीटर लंबे कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे में से 53 किलोमीटर का मानेसर-पलवल हिस्सा दो साल पहले ही चालू कर दिया गया था. जबकि 83 किलोमीटर लंबे कुंडली-मानेसर हिस्से का प्रधानमंत्री ने सोमवार को उद्घाटन किया. कुंडली-मानेसर एक्सप्रेस वे बनाने वाली कंपनी के मैनेजर धंजू राठौड़ ने बताया ‘HSIIDC ने पहले 41 किलोमीटर में ही लाइट की व्यवस्था करने का ठेका दिया था जिसको बाद में पूरे 83 किलोमीटर में करने के लिए कहा. इसलिए 41 किलोमीटर में लाइट लग गई हैं और 42 किलोमीटर में लगाने का काम चल रहा है.’